जिन्दगी को तन्हा वीरानो मेँ रहने दो ये वफा की बातेँ, ख्यालोँ मेँ रहने दो (preetsinghsr)


 जिन्दगी को तन्हा वीरानो मेँ रहने दो 

ये वफा की बातेँ, ख्यालोँ मेँ रहने दो

हकीकत मेँ आजमाने से टूट जाते हैँ दिल अक्सर

ये इश्क मोहब्बत की बातेँ किताबोँ मेँ रहने दो...!!

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